भारत में 2024 में ऑटोमोबाइल बिक्री में सालाना 9.1% की वृद्धि हुई। इस वृद्धि में दोपहिया, तीनपहिया, यात्री वाहन (Passenger Vehicles – PV) और ट्रैक्टर सेगमेंट ने मजबूत प्रदर्शन किया, जबकि वाणिज्यिक वाहन (Commercial Vehicles – CV) का प्रदर्शन कमजोर रहा। ऑटोमोबाइल निर्माताओं ने 2024 में 26.1 मिलियन यूनिट्स बेचीं, जो 2023 में 23.9 मिलियन यूनिट्स से अधिक है।
2024 में बिक्री का विश्लेषण
दिसंबर में गिरावट
दिसंबर 2024 ऑटोमोबाइल बिक्री के लिए निराशाजनक रहा। कुल रिटेल बिक्री 12.4% घटकर 1.7 मिलियन यूनिट्स पर आ गई। इसके प्रमुख कारण थे:
- त्योहारों के बाद इन्वेंट्री में वृद्धि।
- फसल भुगतान में देरी।
- कमजोर उपभोक्ता भावनाएं।
रिकॉर्ड-तोड़ प्रदर्शन
2024 में तीनपहिया, यात्री वाहन और ट्रैक्टर सेगमेंट ने रिकॉर्ड ऊंचाई हासिल की। दोपहिया वाहन बिक्री में भी सुधार हुआ और यह लगभग 2018 के स्तर पर पहुंच गया। हालांकि, वाणिज्यिक वाहन सेगमेंट अब भी 2018 के प्रदर्शन से पीछे है।
2025 के लिए संभावनाएं
दोपहिया वाहन
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) के अध्यक्ष सी.एस. विग्नेश्वर ने बताया कि 2025 में दोपहिया वाहन बिक्री का नया रिकॉर्ड बन सकता है।
- कोविड-19 के बाद मांग में गिरावट आई थी।
- कड़ी उत्सर्जन मानदंडों के चलते कीमतों में वृद्धि हुई, जिससे खरीद प्रभावित हुई।
ग्रामीण मांग इस सेगमेंट के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह कुल बाजार का लगभग 60% है।
ट्रैक्टर सेगमेंट
ट्रैक्टर बिक्री में वृद्धि ग्रामीण अर्थव्यवस्था और बेहतर फसल कटाई का संकेत देती है। हालांकि, किसान फसल बेचने के बाद भुगतान प्राप्त नहीं कर सके, जिससे दिसंबर में कुछ गिरावट देखी गई।
दिसंबर 2024: सेगमेंट-वार प्रदर्शन
दोपहिया वाहन
- बिक्री में 17.6% गिरावट दर्ज की गई।
- कुल 1.2 मिलियन यूनिट्स बिकीं।
- मुख्य कारण: ग्रामीण क्षेत्रों में नकदी प्रवाह की कमी और फसल भुगतान में देरी।
यात्री वाहन (Passenger Vehicles – PV)
- बिक्री में 2% की गिरावट दर्ज की गई।
- 2,93,465 यूनिट्स बिकीं।
- उच्च इन्वेंट्री और नए मॉडल लॉन्च की कमी ने उपभोक्ताओं को जनवरी तक खरीदारी स्थगित करने पर मजबूर किया।
वाणिज्यिक वाहन (CV)
- बिक्री में 5.2% गिरावट दर्ज की गई।
- कुल 72,028 यूनिट्स बेची गईं।
- कमजोर बुनियादी ढांचा खर्च और राज्य चुनावों ने मांग को प्रभावित किया।
ट्रैक्टर सेगमेंट
- बिक्री में 25.7% वृद्धि दर्ज की गई।
- कुल 99,292 यूनिट्स बिकीं।
- यह वृद्धि ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर मांग और कृषि उपकरणों की बढ़ती जरूरत के कारण हुई।
जनवरी 2025 और भविष्य की उम्मीदें
दोपहिया वाहन
- न्यूनतम समर्थन मूल्य (Minimum Support Price – MSP) में सुधार और ग्रामीण नकदी प्रवाह से मांग बढ़ने की संभावना है।
- हालांकि, फाइनेंसिंग और इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) की प्रतिस्पर्धा चुनौती बनी रहेगी।
यात्री वाहन (PV)
- शादी के सीजन और नए लॉन्च के चलते मांग में सुधार की उम्मीद है।
- लेकिन इन्वेंट्री और डिस्काउंटिंग ट्रेंड्स चिंता का विषय बने हुए हैं।
वाणिज्यिक वाहन
- बुनियादी ढांचे की धीमी प्रगति और फाइनेंसिंग समस्याओं से यह सेगमेंट प्रभावित रहेगा।
भारत मोबिलिटी ऑटो शो: बाजार में नई ऊर्जा
जनवरी 2025 में भारत मोबिलिटी ऑटो शो के कारण नई कार लॉन्च और अपडेटेड मॉडल्स को लेकर उत्साह बढ़ेगा।
- 2024 के मॉडल्स पर आकर्षक छूट से खरीदारों को फायदा होगा।
- फरवरी और मार्च में भी मजबूत प्रदर्शन की उम्मीद है।
सी.एस. विग्नेश्वर का कहना है, “मार्च तिमाही में आमतौर पर प्रदर्शन कमजोर रहता है, लेकिन इस बार पोस्टपोन हुई मांग के कारण यह तिमाही बेहतर हो सकती है।”
निष्कर्ष
2024 भारत के ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए एक मिली-जुली कहानी रही।
- कुछ सेगमेंट में रिकॉर्ड ऊंचाई देखी गई।
- दिसंबर में गिरावट ने उद्योग को चुनौतियों का सामना करने पर मजबूर किया।
2025 में दोपहिया और यात्री वाहन सेगमेंट में सुधार की उम्मीद है, जबकि भारत मोबिलिटी ऑटो शो नए उत्साह को जन्म दे सकता है।